People’s Union for Democratic Rights

A civil liberties and democratic rights organisation based in Delhi, India

पी. यू. डी. आर. ने अन्य जनवादी संगठनों के साथ मिलकर समय समय पर टाडा तहत बार बार गिरफ्तार किए गए लोगों और उनकी असीम यंत्रणाओं को संकलित किया है। इन रेपोर्टों में सिर्फ कानून की छिटपुट उलंघनों का ही विस्तार नही है  बल्कि बल्कि टाडा कानून के ढाचे में निहित प्रावधानों पर भी व्याख्यान हैं।देश भर में टाडा के खिलाफ उठे व्यापक विरोधों के फलस्वरूप टाडा को 1995 में खारिज कर दिया गया था। परंतु इस कानून के भूत से मुक्ति नहीं मिली थी, क्योंकि आज भी अनेकों लोग इस ‘मृत’ कानून के तहत जेल मे सड़ रहे हैं। अब हमें एक और नए कानून का सामना करना पड़ रहा है जिसके प्रावधान और भी कड़े हैं। यह रिपोर्ट इस प्रस्तावित कानून की आलोचना है, जिसमे यह कोशीश की गई हैं की क्यों इसका विरोध  करना चाहिए।

To download the report, click below:
एक और टाडा नहीं: प्रस्तावित प्रिवेनशन आफ टैरोरिस्म बिल की आलोचना

For the English version of the report, click below:
Not Another Terrorist Law Please: A Critique of the Proposed Criminal Law Amendment Bill

Please follow and like us: